Protests erupt outside Kasba Police station as 3 arrested in alleged Kolkata college gang rape
इंडिया अलायंस की बैठक में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बुधवार को मुंबई जा रही हैं और उसी दिन राखी बंधन का त्यौहार। मुंबई में ही अमिताभ बच्चन का आलिशान बंग्ला भी हैं और दीदी खुद मुंबई में रहेंगी। दीदी की मुंबई आने की खबर मिलने के बाद बालीवुड के बादशाह अमिताभ बच्चन ने उन्हें अपने घर आमंत्रित किया हैं। तृणमूल सूत्रों के मुताबिक दीदी उस दिन मुंबई में अभिनेता अमिताभ बच्चन को राखी बांध सकती हैं।
कोलकाता। इंडिया अलायंस की बैठक में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बुधवार को मुंबई जा रही हैं और उसी दिन राखी बंधन का त्यौहार। मुंबई में ही अमिताभ बच्चन का आलिशान बंग्ला भी हैं और दीदी खुद मुंबई में रहेंगी। दीदी की मुंबई आने की खबर मिलने के बाद बालीवुड के बादशाह अमिताभ बच्चन ने उन्हें अपने घर आमंत्रित किया हैं। तृणमूल सूत्रों के मुताबिक दीदी उस दिन मुंबई में अभिनेता अमिताभ बच्चन को राखी बांध सकती हैं।
मुंबई पहुंचने पर मुख्यमंत्री को हवाईअड्डे से सीधे जुहू स्थित अमिताभ बच्चन के आवास जलसा पहुँचेंगी। पिछली बार अमिताभ कोलकाता फिल्म फेस्टिवल में मुख्य अतिथि थे। उनके साथ एक्ट्रेस और समाजवादी पार्टी की राज्यसभा सांसद जया बच्चन भी आईं थी। जया बच्चन ने तभी दीदी को जलसा में चाय का न्योता दिया था जिसपर दीदी ने वादा किया था कि वे अगली बार जब भी मुंबई जायेंगी तो उनके घर आयेगीं। मुंबई में इंडिया अलायंस की बैठक पहले से तय है। बैठक 31 अगस्त और 1 सितंबर को दो दिनों तक चलेगी। पहले दिन यानी 31 तारीख को डिनर और मीटिंग बुलाई गई। इसकी संयुक्त व्यवस्था में एनसीपी नेता शरद पवार और शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे हैं। उस बैठक में विपक्षी गठबंधन का भावी कार्यक्रम, वर्किंग ग्रुप आदि तैयार किया जायेगा। मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। बैठक में यह भी तय होगा कि चार राज्यों में चुनाव के लिए गठबंधन का कार्यक्रम क्या होगा, क्या कांग्रेस नेता वहां प्रचार के लिए जाएंगे। राजनीतिक सूत्रों के मुताबिक, यह मान लेना गलत होगा कि ममता का अमिताभ बच्चन के आवास पर जाना भी महज शिष्टाचार या राखीबंधन होगा। जया बच्चन का राज्यसभा में कार्यकाल अप्रैल में खत्म हो रहा है। यूपी में सर्पा के फिलहाल 108 विधायक हैं।
इस संख्या के कारण जया के लिए राज्यसभा में वापसी मुश्किल है। ऐसे में बच्चन परिवार और तृणमूल दोनों ही जया को बंगाल से उम्मीदवार बनाने में रुचि रख सकते हैं। अप्रैल 2024 में बंगाल की चार राज्यसभा सीटों पर भी मतदान होगा। उस चुनाव में जया को तृणमूल से उम्मीदवार बनाने को लेकर भी पार्टी के कुछ सांसदों में दिलचस्पी है। जया एक आम सांसद की तरह जिंदगी नहीं जीतीं। वह बाकी सांसदों से कहीं अधिक गंभीर है। नियमित रूप से संसद भी जाती हैं और में बहस में हिस्सा लेती हैं। इतना ही नहीं जया बीजेपी िकी कट्टर वरोधी भी हैं। जिन तृणमूल सांसदों का राज्यसभा में कार्यकाल अप्रैल में खत्म हो रहा है उनमें शांतनु सेन, अबीर रंजन विश्वास, नदीमुल हक और सुभाशीष चक्रवर्ती शामिल हैं। जैसा कि हाल के राज्यसभा चुनावों में देखा गया कि तृणमूल ने शांता छेत्री और सुष्मिता देव को दोबारा नामांकित नहीं किया। परिणामस्वरूप इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि सभी चार लोगों को अप्रैल में फिर से नामांकित किया जाएगा। बल्कि इस मामले में जया बच्चन पर भी नजर रखी जा सकती है। जया बच्चन लोकसभा चुनाव में तृणमूल प्रार्थियों के लिये जमकर प्रचार भी कर सकती हैं ताकि इस बंगाली कन्या का राज्यसभा में जाने का मार्ग प्रशस्त हो सके।